छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर मुठभेड़, 7 माओवादी हुए ढेर; एके-47 जैसे हथियार बरामद

मुठभेड़ को लेकर सामने आई जानकारी के अनुसार आज रविवार 1 दिसंबर की सुबह ही छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई थी। दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग होती रही, जिसमें माओवादी एक-एक कर ढेर होते गए।

The Narrative World    01-Dec-2024   
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छत्तीसगढ़ में जिस तरह से सुरक्षाबल के जवान माओवादियों के विरुद्ध एक के बाद एक कार्रवाइयां कर रहे हैं
, उससे माओवादी आतंकी संगठन की कमर टूट चुकी है।


इन्हीं आक्रामक कार्रवाइयों को जारी रखते हुए छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा में आज (रविवार, 1 दिसंबर 2024) को फोर्स ने एक ऑपरेशन में 7 माओवादियों को मार गिराया है।


माओवादियों को मार गिराने के बाद मुठभेड़ स्थल पर हुई तलाशी में जवानों ने हथियार भी बरामद किए हैं, जिसमें एके-47 जैसे बंदूक भी शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार जिन माओवादियों को फोर्स ने मार गिराया है, उनमें कई शीर्ष माओवादी आतंकी शामिल हैं।


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छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित मुलुगु जिले के इटूनगरम क्षेत्र में हुए इस मुठभेड़ जो माओवादी मारे गए हैं उनमें कुरसम मंगू उर्फ बदरू (तेलंगाना स्टेट कमेटी सदस्य), मधु (डिविजनल कमेटी सदस्य), मुचाकी देवल (एरिया कमेटी सदस्य), मुचाकी जमुना (एरिया कमेटी सदस्य) और माओवादी आतंकी संगठन के 3 सदस्य जयसिंह, किशोर, कामेश शामिल हैं। इन माओवादियों पर इनाम भी घोषित था।


मुठभेड़ को लेकर सामने आई जानकारी के अनुसार आज रविवार 1 दिसंबर की सुबह ही छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई थी। दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग होती रही, जिसमें माओवादी एक-एक कर ढेर होते गए।


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पुलिस सूत्रों द्वारा बताया गया कि मुठभेड़ में फोर्स को भारी पड़ता देख कुछ माओवादी जंगल और पहाड़ की आड़ लेकर भाग निकले, हालांकि इन सब के बीच 7 माओवादी ढेर हो चुके थे। माओवादियों की फायरिंग रुकने और उनके भागने के बाद फोर्स ने सर्च अभियान चलाया, जिसमें उन्हें 7 माओवादियों के शव बरामद हुए।


माओवादियों के शव को बरामद करने के साथ-साथ फोर्स ने मुठभेड़ स्थल से कई हथियार और माओवादियों के अन्य सामान भी बरामद किए हैं। जवानों को मारे गए माओवादियों के पास से एके-47 जैसे हथियार बरामद किए हैं।

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गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री इसी माह के पहले सप्ताह में ही बस्तर आने वाले हैं, जिसमें वो बस्तर ओलंपिक के खेल आयोजन सम्बंधित कार्यक्रम में शामिल होंगे।


इसके अलावा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गृहमंत्री प्रदेश के शीर्ष नेताओं एवं अधिकारियों के साथ माओवाद के विषय को लेकर बैठक भी करने वाले हैं।


ऐसी परिस्थितियों के बीच केंद्रीय गृहमंत्री के आने से पूर्व जिस तरह से छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर माओवादियों को ढेर किया गया है, वह सुरक्षा बलों के मनोबल को बढ़ाने वाला है।