डेढ़ करोड़ रुपये के इनामी माओवादी की मौत, 200 से अधिक जवानों की हत्या में था शामिल

माओवादियों द्वारा जारी पर्चे के अनुसार मारे गए माओवादी का नाम आनंद उर्फ सुदर्शन था, जिसकी मौत एक वर्ष पहले हुई है। माओवादियों ने आनंद को अपना प्रमुख नेता बताया है।

The Narrative World    27-Jun-2024   
Total Views |

Representative Image
माओवादी आतंकी संगठन सीपीआई
-माओवादी के एक खूंखार आतंकी नेता की मौत की खबर सामने आई है। यह खूंखार माओवादी आतंकी बस्तर में हुए सबसे बड़े माओवादी हमलों में शामिल रहा और इसने सभी बड़े माओवादी हमलों को अंजाम देने में अपनी भूमिका निभाई थी।


200 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की जान लेने वाले इस माओवादी आतंकी पर डेढ़ करोड़ का इनाम घोषित था। माओवादी आतंकी संगठन द्वारा जारी किए गए एक पर्चे से इसकी मौत की पुष्टि हुई है।


माओवादियों द्वारा जारी पर्चे के अनुसार मारे गए माओवादी का नाम आनंद उर्फ सुदर्शन था, जिसकी मौत एक वर्ष पहले हुई है। माओवादियों ने आनंद को अपना प्रमुख नेता बताया है।


दरअसल माओवादी आतंकी आनंद ने ही बस्तर में हुए ताड़मेटला, रानीबोदली, टेकलगुड़म, बुरकापाल जैसे बड़े हमलों की साजिश अपने साथियों के साथ मिलकर रची थी और इसे अंजाम भी दिया था।


माओवादियों द्वारा जारी किए गए 32 पृष्ठों के प्रेस नोट में दी गई जानकारी के अनुसार डेढ़ करोड़ का इनामी माओवादी आतंकी आनंद ब्लड प्रेशर, शुगर समेत कई बीमारियों से जूझ रहा था। बीते कई वर्षों से उसका उपचार भी चल रहा था।


माओवादियों के अनुसार उसका इलाज नक्सलियों के गढ़ में ही किया जा रहा था, जहां पीएलजीए की मेडिकल टीम उसकी देखरेख कर रही थी। इस बीच उसकी तबियत बिगड़ती रही और अंततः उसकी मौत जंगलों के बीच एक छिपे हुए आतंकी की तरह हो गई।


खूंखार माओवादी आतंकी आनंद माओवादी आतंकी संगठन सीपीआई-माओवादी के पोलित ब्यूरो का सदस्य था, माओवादी हमलों की रणनीति बनाने पर काम करता था।


माओवादी आतंकी आनंद जिन घटनाओं में शामिल था, वह भारत में हुए सबसे बड़े माओवादी हमले थिज़ यही कारण है कि इस पर डेढ़ करोड़ का इनाम घोषित किया गया था।


रानीबोदली हमला


माओवादी आतंकी आनंद द्वारा सबसे पहले जिस बड़े हमले की साजिश रची गई थी, वो 2007 का रानीबोदली का हमला था। इस हमले में माओवादियों ने अन्धेरे का फायदा उठाते हुए सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया था, जिसमें 55 जवान बलिदान हो गए थे। यह हमला जवानों के रानीबोदली कैंप में किया गया था, जिसके बाद पूरे देश में सनसनी फैल गई थी। यह उस वक़्त का सबसे बड़ा माओवादी हमला था।


ताड़मेटला माओवादी आतंकी हमला


वर्ष 2010 में ताड़मेटला में हुए माओवादी आतंकी हमले का साजिशकर्ता भी आनंद ही था। यह अब तक देश का सबसे भयावह माओवादी हमला है, जिसमें 76 जवान बलिदान हुए थे। इस आतंकी हमले की साजिश करने वालों में आनंद के साथ-साथ हिड़मा और रमन्ना जैसे माओवादी आतंकी भी शामिल थे। फोर्स के काफिले में हमला कर माओवादियों ने इस घटना को अंजाम दिया था, जिसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया था।


अन्य बड़े हमले


माओवादी आतंकी आनंद द्वारा जिन अन्य हमलों को अंजाम दिया गया, उसमें वर्ष 2010 का चिंगावराम हमला भी शामिल है, जिसमें 20 जवान बलिदान हुए थे। इसके बाद वर्ष 2014 में सुकमा के टाहकावाड़ा में 16 जवान वीरगति को प्राप्त हुए।


वहीं अप्रैल 2017 में बुरकापाल में हुए हमले में 25 जवान बलिदान हुए थे। वर्ष 2020 में मिनपा में माओवादियों के हमले में 17 जवान बलिदान हुए। वहीं 2021 एवं 2023 में अलग-अलग हमलों में कुल 32 जवान बलिदान हुए थे।